आजकल योग ने अपनी एक नई पहचान बना ली है। विज्ञान ने योग को बखुबी परखा है और माना भी है। जिस प्रकार प्राणायाम में सर्वश्रेष्ठ प्राणायाम कपालभाति है ठीक उसी प्रकार से योगों में सर्वश्रेष्ठ योग सूर्य नमस्कार है। सूर्यनमस्कार 7 आसनों का एक क्रम है और सूर्यनमस्कार का अभ्यास हर व्यक्ति कर सकता है। सूर्यनमस्कार के नियमित अभ्यास अत्यंत लाभकारी है। इसके नियमित अभ्यास से मनुष्य दीर्घायु , वीर्यवान, बलवान (It improves muscle power), तेज़ (it is very useful to get glowing skin) , चैतन्यता (activeness) आदि प्राप्त होते है।
कैसे लगाए सूर्यनमस्कार
सूर्यनमस्कार का सीधा सा अर्थ सूर्यदेव को नमन करना होता है। इसलिए सूर्यनमस्कार को पुर्व दिशा की ओर लगाना उचित होता है। सूर्यनमस्कार के लिए सुबह और शाम का समय सही है। साथ ही सूर्यनमस्कार कुछ भी खाने के तुरंत बाद नही लगाना चाहिए इससे कुछ समस्याएं भी हो सकती है। अगर आप सूर्यनमस्कार का पूर्णतः लाभ उठाना चाहते है तो नियमित रूप से कम से कम 25 से 30 सूर्यनमस्कार का अभ्यास अवश्य करे। सूर्यनमस्कार को फुर्ती से करने से शरीर में स्फूर्ति बढ़ती है।
सूर्यनमस्कार के फायदे
बलवान बनाता है (Muscular Power)
जब हम सूर्यनमस्कार का अभ्यास करते है तब साथ ही हम सूर्यनमस्कार में आने वाले आसान जैसे कि चतुरंगदंडासान, पर्वतासन, आष्टांगनामस्कारासन, भुजङ्गासन आदि का भी अभ्यास करते है जिसके कारण हमारा शरीर बलवान बनता है और Muscular Power भी बढ़ती है।चक्र जाग्रत करता है
सूर्यनमस्कार के अभ्यास के दौरान लगाए जाने वाले आसान हमारे शरीर मे मौजूद सातों चक्रो को जाग्रत करता है यानी कि हमारे endocrine hormonal system को improve करता है।यह भी पढ़े : हस्त क्रिया करना सही है या गलत? सामने आया हैरान कर देने वाला तथ्य।
चमकदार त्वचा
सूर्यनमस्कार में लगाये जाने वाले आसान जैसे कि पर्वतासन, चतुरंगदंडासान , पाद हस्तासन आदि हमारे चेहरे की त्वचा को चमकदार बनाते है ।बेहतर पाचनतंत्र
यह हमारे पाचनतंत्र को सुधारता है और गैस ,कब्ज़, एसिडिटी से छुटकारा भी मिलता है।सफेद बाल
सूर्यनमस्कार के दौरान प्रयोग में लाये जाने वाले आसान जैसे कि पर्वतासन, भुजङ्गासन, पाद हस्तासन। इन आसनों के कारण रक्त का प्रवाह सिर की ओर बढ़ता है जिसके कारण सफेद बाल कम हो जाते है।